Transformer
आज के समय में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जो transformer के बारे में नहीं जानता है Transformer का प्रयोग गांव से लेकर शहर हर जगह होता है बिजली के छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम में Transformer का प्रयोग होता है इसके द्वारा voltage को high और low voltage में परिवर्तित करा जाता है ट्रांसफार्मर के द्वारा वोल्टेज को change करने पर frequency में कोई चेंज नहीं होता है
Working principal of transformer
Working principal of transformer
Transformer की Working, mutual induction के सिद्धांत पर होती है जैसे कि एक induction,motor काम करती है लेकिन transformer के द्वारा हम high voltage को low voltage में तथा low voltage को high voltage में बिना frequency के change किए कर सकते हैं
Transformer |
transformer के अंदर दो winding होती है जिसे primary winding तथा secondry winding कहते हैं तथा दोनो winding आयताकार पटलित क्रोड के ऊपर लगी होती है
तथा क्रोड का प्रयोग भवर धाराओं का प्रभाव कम करने के लिए होता है तथा क्रोड flux को magnetic field प्रदान करता है तथा transformer के अंदर स्थित primary / secondary winding होती है।
Primary winding में कॉपर के तार के फेरो की संख्या अधिक है तथा secondry winding में couper के तार के फेरो की संख्या कम है तो यह voltage को कम करेगा यदि primary winding में कॉपर के तार के फेरों की संख्या कम हैं तथा सेकेंडरी वाइंडिंग में कॉपर के तारों के फेरों की अधिक है तब यह वोल्टेज को अधिक करता है
1-Voltage के according
Transformer को voltage के आधार पर दो भागों में बांटा गया है।
1-step up transformer
2-step down transformer
1-step up transformer-इसका प्रयोग voltage को बढ़ाने के लये होता है।
2-step down transformer- का प्रयोग voltage को कम करने के लिए होता है
Transformers से voltage low/high कैसे होता है
Transformer में वोल्टेज high/low होने का कारण transformer से high/low voltage प्राप्त करने के लिए उसकी secondary winding में turns की संख्या कम या ज्यादा करते हैं।
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यदि transformer की primary coil में turns की संख्या अधिक है तथा secondary coil में turns की संख्या कम है तो वह step down transformer होता है।
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जो कि voltage को कम करके आगे भेजता है और यदि transformer की primary coil में turns की संख्या कम है तथा secondary coil में turns की संख्या अधिक है तो वह voltage को अधिक करके आगे भेजता है तो इसे step up transformer कहते हैं
Core के हिसाब से transformer का वर्गीकरण
1-air core transformers
2-Iron core transformers
Application या उपयोग के आधार पर transformer
1-power transformer
2-protection transformer
3-Distribution transformer
Part's of transformers
1-core
2-insulation
3-tank
4-winding
5-breather
1-Core- ट्रांसफार्मर की core नरम लोहे की आयताकार पटलित क्रोड की बनी होती है
2-Insulation- इंसुलेशन का उपयोग ट्रांसफार्मर की प्राइमरी सेकेंडरी वाइंडिंग को separate करना होता है
3-Winding- ट्रांसफर होने में 2 महीने होती है
1-Primary winding
2-Secondry winding
4-Tank- transformer के टैंक में transformer oil भरा होता है तथा उनके कारण transformer का temperature maintane रहता है
5-Terminals- transformer के प्राइमरी सेकेंडरी terminal पीतल के बनाए जाते हैं
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आशा करता हू आपको हमारी Transformer in Hindi । parts of transformer l working principal of transformer l ट्रांसफार्मर क्या है? की पोस्ट अच्छी लगी होगी।